बरेली में कड़ाके की ठंड से जनता हुई बेहाल धूप के बाद फिर छाया घना कोहरा...


गलन बरकरार तापमान छह डिग्री सेल्सियस नीचे 

बरेली में सर्दी का सितम कम नहीं हो रहा है। मंगलवार को दोपहर एक बजे से धूप खिली, लेकिन अगले ही दिन फिर घना कोहरा छा गया। बुधवार तड़के से ही कोहरे की चादर तन गई। दृश्यता 50 से दो सौ मीटर होने की वजह से वाहन रेंगते हुए चले। शहर में सुबह 10 बजे न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक घना कोहरा छाने की संभावना जताई है। 
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक तीन दिनों तक पहाड़ों की बर्फीली हवा का प्रवेश होता रहा। हवा रुकी तो कोहरा हावी रहा। मंगलवार को चार किमी प्रतिघंटे की गति से पुरवाई चली। लिहाजा, रेड अलर्ट अब येलो अलर्ट पर जा ठहरा। कोहरा छंटा और सूर्यदेव के दर्शन हुए। 
शीतलहर की वजह से धूप बेअसर रही।  
आगामी तीन दिन तक हल्की धूप निकलने और सुबह-शाम घना कोहरा छाने का पूर्वानुमान है। दृश्यता 50 से दो सौ मीटर तक रहेगी। मंगलवार को सर्द हवा से न्यूनतम पारा एक डिग्री लुढ़ककर सामान्य से एक डिग्री कम 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं, अधिकतम पारा दो डिग्री बढ़त के बाद सामान्य से नौ डिग्री कम 13.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
दो गुना बढ़ी विद्युत उपकरणों की बिक्री 
एक पखवाड़े से हावी कड़ाके की ठंड की वजह से बाजार में गर्माहट देखने को मिली है। गर्म कपड़े, ब्लेजर, स्वेटर, मफलर, जैकेट, शॉल और ऊनी सूट आदि की खूब बिक्री हुई। दूसरी ओर, हीटर, गीजर, ब्लोअर, हीटिंग पैड की मांग भी दोगुनी रही। व्यापार मंडल के प्रांतीय महामंत्री राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि 15 दिनों में करीब एक करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान है।
ओपीडी पर ठंड का असर 
बरेली के जिला अस्पताल की ओपीडी पर भी ठंड का असर भर पूर मात्रा में देखने को मिला वही मौसम की मार से वायरल बीमारियों के मरीज जब तो बढ़े हैं पर कड़ाके की ठंड से गुजरकर ओपीडी तक पहुंचने से बच रहे हैं। आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं। मंगलवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में महज छह सौ पर्चे ही बने। यही स्थिति सोमवार को भी रही। सामान्य दिनों में यह संख्या एक हजार के करीब होती है।