साध्वी मां कल्पना अरुंधति जी ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है

साध्वी मां कल्पना अरुंधति जी ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है

रिपोर्ट संजय हराण 



भारतीय सद्भावना मंच के संरक्षक डॉक्टर इंद्रेश कुमार जी(आरएसएस राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य) एवं वरिष्ठ प्रचारक है और राष्ट्रीय संयोजिका साध्वी मां कल्पना अरुंधति जी है।जोकि एक आध्यात्मिक गुरु और सामाजिक कार्य करता है तो सामाजिक,सांस्कृतिक और राष्ट्रहित के कार्यक्रम में सफल रूप से शामिल होती रही है हाल ही में साध्वी मां कल्पना अरुंधति जी ने एक ऐतिहासिक कार्य किया है

भारतीय सद्भावना मंच की *राष्ट्रीय संयोजिका साध्वी माता कल्पना अरुंधति* जी ने *श्रीनगर* की यात्रा की और *गुलाब बाग डाउनटाउन* श्रीनगर में स्थित *मंदिर* में प्राण फूंके और राम राज्य का संकल्प लिया। इस अवसर पर उन्होंने खड़ाऊ को राम राज्य के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया।


*बता दें गुलाबबाग डाउनटाउन वह स्थान है जहां कि कश्मीर में साल 1990 में हथियारबंद आंदोलन शुरू होने के बाद से अब तक लाखों कश्मीरी पंडित अपना घर-बार छोड़ कर चले गए थे, उस वक्त हुए नरसंहार में सैकड़ों पंडितों का कत्लेआम हुआ था।*


*साध्वी माता कल्पना अरुंधति* जी ने वहां के लोगों से बातचीत की और *हिंदू-मुस्लिम एकता* का संदेश दिया। उन्होंने लोगों को बताया कि भारतीय संविधान में राष्ट्रहित के लिए कार्य करना हमारा कर्तव्य है और उन्होंने लोगों को राष्ट्रीय एकता और सौहार्द के महत्व के बारे में बताया।

*साध्वी माता कल्पना अरुंधति* जी आठ दिन तक श्रीनगर में रहीं और मुस्लिम समुदाय के बीच एकता और देशप्रेम का संदेश दिया। उन्होंने रमजान के महत्व पर जोर दिया और सामाजिक कार्यों में भागीदारी की अपील की।
साध्वी मां कल्पना अरुंधति ने कहा कि पवित्र रमजान का महीना इबादत और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से गो सेवा और अन्य सामाजिक कार्यों में भी आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म मतभेद नहीं सिखाता, बल्कि प्रेम, एकता और आपसी सहयोग का संदेश देता है। भारतीय सद्भावना मंच की राष्ट्रीय संयोजिका ने डॉ. इंद्रेश कुमार के आरएसएस के संदेश को लोगों तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि भगवान राम, पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब और आदम-हव्वा का पैग़ाम इंसानियत और भाईचारे को बढ़ावा देता है।

यात्रा के दौरान साध्वी मां कल्पना जी ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल *माननीय मनोज सिन्हा* जी से वार्तालाप की और यात्रा के बारे में विस्तार से बताया।


उनकी यह यात्रा हिंदू-मुस्लिम एकता और राष्ट्रीय सौहार्द को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं