जिलाधिकारी श्री सबिन बंसल फिर बने निर्बल,असहाय,दिव्यांग के उम्मीदों की किरण...


 
रिपोर्ट-:मदन कोषवाल,स्टेट ब्यूरो,उत्तराखंड-देहरादून ।
         
देहरादून- आज दिनांक 16-04-25 मा0मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से जिलाधिकारी श्री सबिन बंसल, अनाथ बच्चों, असहायों,बुजुर्गो, महिलाओं, विकलांगों के हितों के प्रति संवेदनशील हैं । इसका उदाहरण आये दिन फरियादीयों की भीड़ है । जिसका निस्तारण तत्काल मौके पर ही कर दिया जाता है ।
     नौकरी के लिए भटक रही कु0 दिव्यांग गुरिन्दर कौर,जो बी सी ए,डिग्री धारक दिब्यांग कम्प्यूटर स्पेशलिस्ट ने कई, विभागों/संस्थानों में इन्टरब्यू दिए। किन्तु दिब्यांगता के कारण उन्हें नौकरी नहीं दी गई। अन्त में जिलाधिकारीश्री सबिन बंसल के संज्ञान में आते ही तत्काल उन्हें आसरा ट्रस्ट में रू0 17,800/मासिक वेतन पर कम्प्यूटर आपरेटर की तैनाती आदेश आज ही संस्थान से उपलब्ध करा दिया गया है ।
       पिता द्दारा बेटी अदिति की पढ़ाई हेतू बैंक ऋण लिया था ।किन्तु पिता की अकस्मात मृत्यु होने के कारण बैंक ऋण का भुगतान बन्द हो गया था । इस पर बैंक ऋण वसूली के लिए अनाथ बच्चों पर दबाव डालने लगे । इस पर जनता दरबार में जिलाधिकारी के पास दोनों भाई-बहिन गए। बच्चों की स्थिति को देख कर जिलाधिकारी ने अनाथ भाई-बहिन डी एल रोड निवासी अदिति का बन्द पढ़ा ऋण धनराशि रू0 50,000/(रू0पचास हजार) का चैक निर्गत कर जिलाधिकारी कार्यालय से जमा हेतू उपलब्ध करा दिया गया ।
         वहीं अकेली विधवा महिला समीमा,जिसके तीन बच्चे हैं किसी तरह से सिलाई-कड़ाई कर अपना गुजर बसर कर रही है । जिलाधिकारी की असहायों के प्रति दयालुता सुनकर अपनी फरियाद लेकर जिलाधिकारी के पास पहुँची । फरियाद सुनकर तुरन्त जिलाधिकारी ने अपने प्रभारी अधिकारी चैक तैयार कर प्रार्थनी को भुगतान करने के निर्देश दिए और आज ही रू03000/(रूपये तीन हजार का चैक विधवा समीमा को उपलब्ध करा दिया ।
    वहीं बालवाड़ी सामुदायिक केन्द्र मायापुरी के जर्जर पढ़ा खराब बालवाड़ी भवन पुर्ननिर्माण हेतू रू0 43 लाख का आंगणन बना हैं । जिलाधिकारी ने इस पर 30,000/ की धनराशि का चैक देवी चैरिटेबल ट्रस्ट को उपलब्ध कराया । ट्रस्ट संचालिका पैरालम्बिक महिला खिलाड़ी निरजा गोयल ने सहायतार्थ गुहार जिलाधिकारी से लगाई थी । जिलाधिकारी श्री सबिन बंसल जरूरत मंदों को रोजगार,अनाथों का ऋण माफ कर,असहायों को आथिर्क सहायता,समाज में शिक्षा,रोजगार व निर्बल को सशक्तिकरण से आम जनता का सहारा बन गये हैं ।