आंगनबाड़ी केंद्रों में बड़ा खुलासा, निजी क्षेत्रों में खोला गया आंगनबाड़ी केंद्र।हरिद्वार

आंगनबाड़ी केंद्रों में बड़ा खुलासा, निजी क्षेत्रों में खोला गया आंगनबाड़ी केंद्र।

हरिद्वार 

रिपोर्ट नीरज सिंह 

आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में बड़ा गड़बड झाला, 
प्राथमिक विद्यालय के कमरों पर रंग-पुताई कर बना दिया आंगनबाड़ी केंद्र, RTI मे खुलासा, कहां गए 14 लाख रुपए 

यू तो प्रदेश में घोटालों पर घोटाले हो रहे हैं और समय-समय पर प्रशासन भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्यवाही भी कर रही है ऐसा ही एक मामला बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्र का सामने आया है
जहां सरकारी योजनाओं के तहत बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए 14 लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी, लेकिन जमीनी स्तर पर अब तक कोई केंद्र नहीं बने हैं। इस मामले ने स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के बीच नाराजगी पैदा कर दी है।

धनराशि आई, लेकिन काम नहीं हुआ

सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी प्राप्त करने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता ने ब्लॉक बहादराबाद से 6 बिंदुओं पर सूचना मांगी जिसमें एक बिंदु में संबंधित लोक सूचना अधिकारी ने लिखित प्रमाण देते हुए दर्शाया की क्षेत्र में दो आंगनवाड़ी केन्द्रों के निर्माण के लिए 7-7 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत हुई है, लेकिन जब जमीनी स्तर पर जाकर निरीक्षण किया गया तो मालूम हुआ कि वाहा पर प्राथमिक विद्यालय के कमरों में रंग पुताई कर आंगनवाडी केंद्र बना दिया

स्थानीय लोग परेशान, प्रशासन पर उठे सवाल

बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि वे लंबे समय से इन केंद्रों के निर्माण की मांग कर रहे हैं, ताकि छोटे बच्चों और महिलाओं को पोषण और स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “अगर सरकार ने पैसे दिए थे तो आंगनबाड़ी केंद्र क्यों नहीं बने? यह साफ तौर पर भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही का मामला है।”

सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत

उक्त प्रकरण में पिछले लगभग 7 – 8 महीने पहले उत्तराखंड सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई थी जिस पर संबंधित अधिकारियों द्वारा प्रतिक्रिया देते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया गया

अधिकारियों की चुप्पी

जब इस बारे में संबंधित अधिकारियों से सवाल किया गया तो वे इस मामले पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि “हम इसकी जानकारी लेंगे और जल्द ही कार्रवाई करेंगे।”

अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या बहादराबाद ब्लॉक क्षेत्र के लोगों को उनका हक मिलेगा या नहीं।